भारत बंद का दिख रहा असर, गृह मंत्रालय सख्त, कई राज्यों में हाई अलर्ट,धारा 144 लागू
नई दिल्ली: एससी/ एसटी एक्ट 1989 में हुए बदलावों के विरोध में 2 अप्रैल को दलित संगठनों ने भारत बंद बुलाया था। अब उस बंद के जवाब में सवर्णों ने आज भारत बंद बुलाया है। इस बंद को लेकर देश के सभी राज्यों की पुलिस हाईअलर्ट पर है। गृह मंत्रालय ने भी सभी राज्यों को सख्ती बरतने के लिए दिशा निर्देश जारी किया है। कई राज्यों में भारत बंद के चलते धारा 144 लागू की गई है। ये भारत बंद आरक्षण के विरोध में बुलाया गया है।
इस भारत बंद को लेकर गृह मंत्रालय पहले से हीं सतर्क है। गृह मंत्रालय ने सोमवार को ही सभी राज्यों को एक एडवाइज़री जारी की थी और राज्यों को अलर्ट जारी करते हुए सुरक्षा बढ़ाने की हिदायत दी धी। इसमें राज्यों के डीएम और एसपी को अलर्ट जारी किया गया था और बंद के दौरान सतर्क रहने को कहा गया था। गृह मंत्रालय के मुताबिक़ अपने कार्यक्षेत्र में होने वाली किसी भी हिंसा के लिये जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक व्यक्तिगत रूप से जिम्मेदार करार दिए जायेंगे। बता दें कि ये बंद किसी संगठन के द्वारा नहीं बुलाया गया है। बल्कि 2 अप्रैल के के बंद के बाद लगातार सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे संदेशों के जरिए ही बुलाया गया है। यह बंद भले हीं किसी खास संगठन की और से नहीं बुलाया गया है, लेकिन इसका अशर कमोबेश हर तरफ दिख रहा है।
बिहार: आरा में भारत बंद का खासा असर दिख रहा है। यहाँ बंद समर्थकों द्वारा रेल और सड़क याता-यात को बाधित कर दिया गया है । सैंकड़ो की तादाद में आक्रोशित युवा रेल पटरी और सड़क पर उतरकर आरक्षण के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे हैं। इसके अलावा पटना-कोलकाता रेलखंड का परिचालन ठप हो गया है। नवादा थाना क्षेत्र के चंदवा मोड़ के समीप आरक्षण के खिलाफ नारे लगा रहे युवाओं ने 84 आरा बक्सर मुख्य मार्ग को सुबह से ही जाम लगाना शुरू कर दिया है। जो युवा नारेबाजी कर रहे थे उनका कहना था कि आरक्षण जाति के आधार पर नहीं बल्कि आर्थिक रुप से कमजोर लोगों को मिलना चाहिए, ताकि हर वर्ग के लोग समाज की मुख्यधारा में आ सके।
यहाँ से बंद के दौरान गोलीबारी की खबरें आ रही हैं। ताजा हालात को देखते हुए धारा 144 लागू कर दिया गया है।वहीं मुजफ्फरपुर में प्रदर्शनकारियों द्वारा पटना रोड के पास टायर जलाकर प्रदर्शन किया गया। इसके अलावा भगवानपुर में मुख्य सड़क पर जाम लगा दिया गया है। NH 219 के पास रतवार गांव में लोगों ने सड़क को जाम कर दिया है और नारेबाजी कर रहे हैं।
प्रदर्शनकारियों ने बरौनी पैसेंजर ट्रेन को रोक दिया है। कई लोग रेल पटरी पर बैठकर ही प्रदर्शन कर रहे हैं। दरभंगा की ललित नारायण मिश्रा यूनिवर्सिटी ने अपने बीए के पेपर को टाल दिया है। इसके अलावे कई प्राइवेट स्कूलों को भी बंद किये गए हैं। आक्रोशित युवाओं ने सड़क पर आगजनी कर आवागमन बाधित कर दिया है।
उत्तर प्रदेश: यहाँ भारत बंद का सबसे ज्यादा असर दिख रहा है। मेरठ, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर में रविवार से ही सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सहारनपुर में अग्रिम आदेशों तक इंटरनेट की सुविधा को बंद कर दिया गया है। इसके अलावा हापुड़ और मुजफ्फरनगर में भी इंटरनेट की सेवा बंद है। वहीं फिरोजाबाद और मुजफ्फरनगर में स्कूलों को भी बंद रखा गया है। रविवार रात से ही कई इलाकों में पुलिस ने मार्च किया।
मध्यप्रदेश: 2 अप्रैल को बुलाए गए भारत बंद के दौरान सबसे ज्यादा हिंसा मध्यप्रदेश में ही हुई थी। इस बार भारत बंद को देखते हुए राज्य के कई शहरों में धारा 144 लागू की गई है। भिंड, ग्वालियर, मुरैना, श्योपुर, शिवपुरी, श्योपुर, शिवपुरी में इंटरनेट की सुविधा पर रोक लगा दी गई है। भिंड और मुरैना में कर्फ्यू जैसे हालात है। बंद के के दौरान किसी भी हालात से निबटने के लिए पैरामिलिट्री फोर्स की 6 कंपनियों को तैनात किया गया है। ग्वालियर में उपद्रवियों से निपटने के लिए 2 हज़ार से ज्यादा पुलिस बलों को तैनात किया गया है।
राजस्थान: इस बार यहाँ सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता किया गया है। जयपुर में मोबाइल इंटरनेट सुविधा पर रोक लगा दी गई है और शहर में धारा 144 लागू की गई है।
हरियाणा: भारत बंद के मद्देनजर जिला मुख्यालयों पर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किये गए हैं । सभी महत्वपूर्ण संस्थानों के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किये गए हैं। अभी तक बंद को लेकर किसी तरह का कोई असर नहीं।
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