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Exclusive वीडियो: बेटे की गुनाहों का सजा भुगत रहा बाप, पिछले 3 दिनों से है पुलिस कस्टडी में

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अभय पाण्डेय/पटना: अब इसे अन्याय की पराकाष्ठा कहें या अपराधी के गिरेबान तक पहुँचने का पुलिसिया फॉर्मूला फैसला आपको करना है, लेकिन फिलहाल तो इस मामले को लेकर पुलिस हीं कटघरे में नज़र आ रही है। वजह साफ है सजा का हकदार हर हाल में गुनाहगार हीं होता है, लेकिन यहाँ किसी और के गुनाहों की सजा किसी और को भुगतनी पड़ रही है। ताज़ा मामला बिहटा का जहां एक बाप और भाई पिछले तीन दिनों से एक गुनहगार बेटे के गुनाहों की सजा भुगत रहे है।

दरअसल हत्या और रंदारी जैसे कई संगीन वारदातों  को अंजाम देकर फरार चल रहे कुख्यात पवन चौधरी पर दबाव बनाने के लिए बिहटा पुलिस द्वारा उसके पिता महेंद्र चौधरी और भाई राकेश चौधरी को तीन दिनों पहले हीं थाने लाया गया  है। दोनों को 27 तारीख की रात 8 बजे भोजपुर के बेलाउर स्थित घर से पूछ-ताछ के लिए थाने लाया गया है, लेकिन तीन दिन गुजर जाने के बाद भी पुलिस ने ना तो अब तक उन्हें छोड़ा है और ना हीं जेल भेजा है। इस मामले पर पुलिस का कहना है कि उन दोनों को केवल पूछताछ के लिए थाने लाया गया है। उनके खिलाफ कोई मामला दर्ज नही किया गया है। पूछताछ के बाद उन्हें बाइज्जत घर भेज दिया जाएगा।

बिहटा पुलिसपिछले तीन दिनों से पुलिस द्वारा दो बेकशूर लोगों को रोक कर रखना अपने आप में बेहद गंभीर मशला है जो पुलिस की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह लगा रहा है। बता दें CRPC के निर्देशों और संवैधानिक अधिकारों के मुताबिक़ किसी भी व्यक्ति को अगर पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया जाता है या पूछताछ के लिए थाने लाया जाता है तो पुलिस को 24 घंटे के अन्दर किसी निश्कर्ष पर पहुँचना होता है। अगर 24 घंटे बीत जाने के बाद पुलिस उसे नहीं छोड़ती या अदालत के सामने पेश नहीं कर पाती तो ये एक अपराध माना जाता है। इसके खिलाफ पीड़ित परिवार चाहे तो अदालत का दरवाजा भी खटखटा सकता है।
बिहटा पुलिसअब जबकि तीन दिन गुजर चुके हैं और दोनों अब तक घर नहीं पहुंचे तो घर वालों का चिंतित होना लाजमी है। इस बात को लेकर घर के बाकी सदस्य बेहद डरे हुए हैं। उन्हें आशंका है की पुलिस उनके साथ कुछ गलत ना कर बैठे। घर की महिलाओं का रो-रो कर बुरा हाल है।

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