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भ्रष्टाचार के खिलाफ PM मोदी ने छेड़ी जंग, 500 और 1000 के नोट बंद

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image courtesy -pmindia.gov.in
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राष्ट्र के नाम संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने बड़ा एलान करते हुए कालाधन पर लगाम लगाने के लिए कई बड़े ऐलान किए हैं। पीएम मोदी ने कालेधन पर लगाम लगाने के लिए 500 और 1000 रुपये के नोट बंद करने की घोषणा की है। आज आधी रात से यह नियम लागू हो जाएगा। पीएम मोदी ने कहा कि जिनके पास 500 और 1000 रुपये के नोट हैं, वो 10 नवंबर से 30 दिसंबर तक बैंक और प्रमुख डाकघरों में जमा कराकर उसके बदले में वैध रकम ले सकते हैं। 500 और 1000 रुपये के नोट के अलावा सिक्के और दुसरे नोट का इस्तेमाल पहले की तरह ही किया जा सकेगा।

पीएम मोदी ने कहा कि सामान्य नागरिकों की जरूरतों के मुताबिक 11 नवंबर रात 12 बजे तक विशेष व्यवस्था है। 11 नवंबर तक सभी सरकारी अस्पतालों में इन नोटों को स्वीकार किया जा सकेगा। इसके अलावा मेडिकल स्टोरों में भी डॉक्टर के पर्चे पर 72 घंटे तक दवा खरीदने की व्यवस्था भी उपलब्ध रहेगी। वहीं, रेलवे स्टेशन, बस अड्डों और एयरलाइंस के टिकट बुकिंग काउंटरों पर भी इन्हें स्वीकार किया जा सकेगा। इसके अलावा सार्वजनिक क्षेत्र के सीएनजी, पेट्रोल और डीजल स्टेशनों पर भी इन्हें स्वीकार किया जा सकेगा।
आपको बता दें कि कल यानि 9 नवम्बर को एटीएम कि सेवा बंद रहेगी।

अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने कहा की इस नियम से लोगों को कुछ दिन परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन काले धन और नकली नोटों की समस्या से अगर लड़ना है तो हमारा ये प्रयास देश के हित में होगा। देश से गरीबी हटाने में भी मदद मिलेगी।

पीएम के संबोधन के दौरान कही गयी मुख्य बातें

  • किसी देश के इतिहास में ऐसे क्षण आते हैं जब देश का हर व्यक्ति यह महसूस करता है कि उसे भी उस क्षण का हिस्सा बनना है।
  • सीमा पार के हमारे शत्रु जाली नोटों के जरिये अपना धंधा भारत में चलाते हैं और यह सालों से चल रहा है।
  • 1 मार्च 2017 तक घोषणा पत्र के साथ RBI में जमा कर सकते हैं पुराने नोट।
  • यह सरकार गरीबों को समर्पित है और समर्पित रहेगी।
  • 100 रुपये, 50 रुपये, 20 रुपये, 10 रुपये, 5 रुपये, 2 रुपये और 1 रूपया का नोट और सभी सिक्के नियमित हैं और लेन देन के लिए उपयोग हो सकते हैं।
  • आपकी धनराशि आपकी ही रहेगी, आपको कोई चिंता करने की जरूरत नहीं है।
  • देश के लिए देश का नागरिक कुछ दिनों के लिए यह कठिनाई झेल सकता है।

 

इस फैसले के बाद बैंकिंग और वित्तीय संस्थानों पर काम का बोझ बढ़ जायेगा। पीएम ने भी अपने संबोधन के दौरान इसका जिक्र करते हुए कहा कि देश में किसी को भी इस फैसले की जानकारी इससे पहले नहीं मिली है, ताकि गोपनीयता बरकरार रहे। इसलिए बैंक और डाकघर जैसी वित्तीय संस्थाओं को कम समय में ज्यादा काम करना है।

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