बिहार के बेगूसराय से एनडीए उम्मीदवार गिरिराज सिंह पर विवादित बयान देने के आरोप में एफआईआर दर्ज किया गया है। सिंह पर आरोप है कि बुधवार को एक चुनावी जनसभा के दौरान उन्होंने अल्पसंख्यकों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला वक्तव्य दिया था। जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी राहुल कुमार ने मामले में स्वतः संज्ञान लेते हुए गुरुवार को गिरिराज के खिलाफ आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का मामला दर्ज किया है।
गौरतलब है कि गिरिराज ने बुधवार को जनसभा में कहा था, ‘जो वंदेमातरम नहीं कह सकता, जो भारत की मातृभूमि को नमन नहीं कर सकता। मातृभूमि को नमन नहीं कर सकता। अरे गिरिराज के तो बाबा-दादा सिमरिया घाट में गंगा के किनारे मरे। उसी भूमि पर कब्र भी नहीं बनाया। तुम्हें तो तीन हाथ जगह भी चाहिए। अगर तुम नहीं कर पाओगे तो देश कभी माफ नहीं करेगा।’ बीजेपी नेता ने जब उक्त टिप्पणी की थी उस समय मंच पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और बिहार के उप-मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी भी मौजूद थे।
जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि गिरिराज का उपरोक्त वक्तव्य अल्पसंख्यकों की धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने वाला है जो आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है। जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने गिरिराज के खिलाफ जनप्रतिनिधित्व कानून 1951 की धारा 125 एवं 123, आईपीसी की धारा 153 ए, 153 बी, 295 ए, 171 सी, 188, 298 तथा 505 दो के तहत गुरूवार को नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है। एनडीए में शामिल जेडीयू के प्रधान महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि गिरिराज के बयान को अधिक तवज्जो देने की जरूरत नहीं है।
एनडीए के बिहार में एक अन्य घटक दल एलजेपी के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा कि उनकी पार्टी इस तरह के किसी भी बयान का समर्थन नहीं करती है। उन्होंने गुरूवार को कहा कि वे पूर्व में भी कई बार कह चुके हैं कि भाषा की मर्यादा को बरकरार रखा जाना जरूरी है।