बिहार समेत पूरे देश में उदीयमान सूर्य को अर्घ्य अर्पित करने के साथ हीं चार दिनों से चला आ रहा सूर्योपासना का महापर्व चैती छठ समाप्त हो गया। बिहार की राजधानी पटना में गंगा नदी के अलावा राज्य के अन्य हिस्सों में हजारों महिला और पुरूष व्रतधारियों ने उगते हुए सूर्य को नदियों और तालाबों में खड़ा होकर अर्घ्य अर्पित किया। सूर्योपासना के साथ ही छठव्रतियों का श्रद्धालुओं का 36 घंटे का निराहार व्रत समाप्त हुआ।
सूर्य को अर्घ्य देने के लिए राजधानी पटना के प्रमुख गंगा घाटों पर भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। हज़ारों व्रतियों ने पटना के विभिन्न घाटों पर भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया। छठ के मधुर गीतों ने पूरे वातावरण को भक्तिमय कर दिया। इस दौरान छठ घाटों पर प्रसाशन ने सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किये थे।
सूर्य की उपासना का पर्व छठ हिन्दू नववर्ष के पहले माह चैत्र के शुक्ल पक्ष की षष्ठी को मनाया जाता है। इस पर्व में व्रती सूर्य भगवान की पूजा कर उनसे आरोग्यता, संतान और मनोकामनाओं की पूर्ति का आर्शीवाद मांगते हैं।