रिलायंस कम्युनिकेशंस के चेयरमैन अनिल अंबानी जेल जाने से बच गए हैं। कंपनी ने स्वीडिश टेलीकॉम इक्विपमेंट कंपनी एरिक्सन को 462 करोड़ रुपए की पेमेंट कर दी है। अगर ये भुगतान नहीं होता तो अनिल अंबानी को तीन महीने जेल की सजा होती। दोनों कंपनियों के बीच 1 साल से कानूनी लड़ाई चल रही थी। एरिक्शन के वकील ने भुगतान प्राप्त होने की पुष्टि की है। पिछले महीने सुप्रीम कोर्ट ने रिलायंस कम्युनिकेशंस के अध्यक्ष अनिल अंबानी को जानबूझ कर उसके आदेश का उल्लंघन करने और टेलिकॉम उपकरण बनाने वाली कंपनी एरिक्सन को बकाया भुगतान नहीं करने पर अदालत की अवमानना का दोषी करार दिया था।
क्या है पूरा विवाद?
एरिक्सन ने 2014 में आरकॉम का टेलीकॉम नेटवर्क संभालने के लिए 7 साल की डील की थी। इस मामले में उसका आरोप था कि आरकॉम ने 1,500 करोड़ रुपए की बकाया रकम नहीं चुकाई। पिछले साल दिवालिया अदालत में सेटलमेंट प्रक्रिया के तहत एरिक्सन इस बात के लिए राजी हुई कि आरकॉम सिर्फ 550 करोड़ रुपए का भुगतान कर दे। सुप्रीम कोर्ट ने आरकॉम को 15 दिसंबर तक भुगतान करने के आदेश दिए थे। उसने पेमेंट नहीं किया। इसलिए एरिक्सन ने सुप्रीम कोर्ट में अवमानना याचिका दायर की थी।